मंगलवार, 23 अक्तूबर 2012

3.Madhu Singh:Eid












  





 ईद
अल्लाह  करे सबको,  ये ईद  मुबारक हो 
दरवाज़ा  खुला  रखना,  हम  दीद  करेंगें 

गुल न होने पाए, दिलों से प्यार की चाहत 
रोशन  दिलों को  रखना,  हम  दीद करेंगें 

मोल मोहब्बतों का, समझता है ये ज़माना 
तुम  चाँद  बन  के  आना,  हम  दीद करेंगें 

बिखर सको गर, बन  खुशबू  बिखर जाना  
बन  प्यार -प्यार उड़ना  ,  हम  दीद करेंगें 

दिलों में मस्ज़िदें ,आँखों में नमाज़ी रखना 
मिलने  की  कसक  बन,  हम  दीद  करेंगें  

नफ़रत के हटा चिलमन,चुपके से चले आना
हम दीद करेंगें,हम दीद करेंगें,हम ईद कहेंगें 

अपने  तबस्सुम से  रोशन दिलों को रखना  
हम ईद कहेंगें, हम ईद कहेंगें, हम ईद कहेंगें 

                                मधू "मुस्कान "



5 टिप्‍पणियां:

  1. " दिलों में मस्ज़िदें ,आँखों में नमाज़ी रखना
    मिलने की कसक बन, बस हम दीद करेंगें

    नफ़रत के हटा चिलमन,चुपके से चले आना
    बस हम दीद करेंगें ,बस हम ईद कहेंगें " behtarin gazal,

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  2. behtareen line"अल्लाह करे सबको, ये ईद मुबारक हो
    दरवाज़ा खुला रखना, बस हम दीद करेंगें" moobarak ho

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  3. वाह ......... मजा आ गया सुन्दर पोस्ट

    ईद मुबारक हो .
    आपके ब्लॉग पर आकर काफी अच्छा लगा।
    अगर आपको अच्छा लगे तो मेरे ब्लॉग से भी जुड़ें।
    http://rohitasghorela.blogspot.com
    धन्यवाद !!

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  4. दिलों में मस्ज़िदें ,आँखों में नमाज़ी रखना
    मिलने की कसक बन, हम दीद करेंगें

    ...लाज़वाब अहसास....

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